एक शाम गौमाता के नाम भजन संध्या सम्पन्न
गौशाला में सहयोग करने वाले भामाशाह,समाजसेवी व अतिथियों का किया सत्कार
ठाणे/ भिवंडी. श्री रामकृष्ण गौशाला के सहयोग करने के लिए गायत्री परिवार व जय जय राजस्थान के तत्वाधान में मंकर संक्राति के पावन अवसर पर एक शाम गौमाता के नाम विशाल भजन संध्या आयोजित की गई। यह कार्यक्रम ओसवाल स्कूल के समीप एक ग्राउंड में रखा गया था। भजन संध्या में सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर व गणेश वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। भजन संध्या में मरुधर केसरी, सुप्रशिद्ध भजन सम्राट छोटूसिंह रावणा ने भजनो की प्रस्तुति देते हुए ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की..पाबूजी राठौड़,महाराणा प्रताप का मायड़ थारो वो पूत कठे,, बाला बजरंगी जैसे भजनों से रावणा ने जगाई अलख और श्रोताओं को राष्ट्रीय भावधारा से जोड़ा।
भिवंडी के कामतघर पर नवनिर्मित गौशाला के लिए भूखंड लेने हेतु विराट भजन संध्या आयोजित की गई,एक शाम गौमाता के इस ऐतिहासिक जागरण में जनसैलाब उमड़ पड़ा था। एवं इस कार्यक्रम में गौभक्तो ने दिल खोलकर अनुदान राशि भेट की। गौशाला हेतु सहयोग करने वाले सभी भामाशाह को मंडल की ओर से दुपट्टा व साफा पहनाकर स्वागत किया गया।
एक शाम गौमाता के नाम विराट भजन संध्या व जागरण में युवा भजन सम्राट राष्ट्रवादी गायक छोटू सिंह रावणा ने देर रात तक भजनों की सुर सरिता बहाकर भिवंडी व आसपास क्षेत्रो के भक्तों व श्रोताओं को प्रभु के जयकारों के साथ एक से बढ़कर एक भजन सुनाकर ज्योत जगाई और भरपूर वाहवाही लूटी।
मैदान में श्री कृष्ण गौशाला, जय जय राजस्थान एवं गायत्री परिवार के नवयुवक मंडल के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने विशाल भजन संध्या को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर आयोजित भजन संध्या में गायक कलाकार छोटूसिंह रावणा ने आयोजन के दिव्य,अदभूत और अलौकिक नजारा देखकर मंडल के कार्यो की सराहना की और उन्होंने भिवंडी की ऐतिहासिक भजन संध्या में उमड़े जनसैलाब का बखान कर पाबूजी राठौड़,महाराणा प्रताप जैसे शुरवीरों को अपने भजनों के माध्यम से याद किया तथा गौमाता,प्रभु श्री राम, सहित प्रभु भक्ति के एक से बढ़कर एक भजन सुनाए।
रावणा ने भजन “जागी जागी जोत जगदंबा री जोत जागी रे… थारा टाबरिया जोवे थारी बाट, पधारो म्हारी जोगमाया… ठुमक ठुमक ने चाल भवानी ले हाथों तलवार…लोकदेवता बाबा रामदेव खम्मा घणी… सहित लीलण म्हारी रे… आदि सुनाकर कहा कि जहां-जहां शक्तिरूपा मां के इस भूभाग पर अंग गिरे वहां मां के आज 52 शक्तिपीठ मौजूद है और मां भगवती ने हमेशा धर्म की ध्वजा को ऊंचा रखा है। इसी प्रकार रावणा ने चंदन हरिया बाग में मारी हेली रे तथा बजरंगबली के जयकारे के साथ “बजवा दिया बजरंग बाला ने, श्री राम का डंका लंका में… और कहां हमारे साथ हैं रघुनाथ तो किस बात की है चिंता।
मंडल के आयोजनों की हुई सराहना –
भजन संध्या के दौरान छोटूसिंह रावणा समेत अतिथि के रूप में पधारे संतोष शेट्टी,आमदार महेश चौगुले,सुमित पाटिल,श्याम अग्रवाल, माजी उपमहापौर मनोज काटेकर,विराज पंवार,नीलेश चौधरी का सत्कार किया एवं उन्होंने आयोजकों को बधाई देकर कहा कि आपने महाराष्ट्र की धरती भिवंडी में राजस्थान की संस्कृति को जीवंत रखा है। एवं आयोजन को भव्य बनाने की प्रशंसा करते हुए बताया कि बचपन से वे भजनों के रसीक हैं उन्होंने रावणा की तारीफ कर कहा कि आपने मन मोह लिया और गुरु महिमा की बेमिसाल प्रस्तुति पर वाहवाही की। कार्यक्रम के मुख्य उपेंद्र जोशी ने आयोजन की सराहना कर सभी को मंगल कामनाएं प्रेषित की।
रावणा ने कहा मेरा देश बदल रहा है –
भजन गायक रावणा ने भजनों से धर्म, आस्था, भक्ति की ज्योत जगाकर बड़ी तादाद में आए युवा शक्ति व श्रद्धालुओं के जबरदस्त आस्था उत्साह को देखकर प्रभु श्री राम और भारत माता के जयकारे लगवाकर कहा कि कुछ लोग रामराज्य को कल्पना बताकर सबूत मांगते हैं तथा इस पर भजनों के माध्यम से अकाट्य साक्ष्य प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि राम लला की पावन भूमि पर भव्य मंदिर बनने जा रहा है। श्री राम की चौपाई आदि से महिमा बताते हुए कहां “जम्मबू दीपे भारतखंडे आर्यावर्त भारतवर्ष एक नगरी है, हम कथा सुनाते राम सकल गुण धाम की,यह रामायण है पुण्य कथा श्री राम की… तथा इसी प्रकार वीर महापुरुषों को याद कर महाराणा प्रताप की रचना अरे घास री रोटी सुनाई। इसी तरह राम मेरे घर आना, रघुपति राघव राजा राम, चित्रकूट के घाट घाट पर आदि भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर लोगों में देशभक्ति का ज्वार उमड़ पड़ा और जन समुदाय ने मोबाइल की बत्तियां जलाकर अभिवादन किया। एवं श्रोताओं में रावणा के साथ सेल्फी लेने की भी होड़ मची रही, छोटूसिंह के भजनो पर श्रोताओं ने गर्मजोशी से तालियां बजाकर और जयकारे लगाकर कलाकारों का सम्मान किया वही मंडल की ओर से भामाशाह हनुमान चौधरी, कमल सैनी, महावीर शर्मा,गणपतसिंह राजपुरोहित,दिनेश सेन,मदन सारस्वत,सुनील हेड़ा, सुरेश जैन,सहित गायक कलाकार रावणा का बहुमान किया।
इन्होंने की शिरकत –
कार्यक्रम में गायत्री परिवार के उपेंद्र जोशी,भरत भाटी,देवेंद्र मोहब्बत नगर,देवाराम प्रजापत,रमेश पुरोहित चांदना,नरेश प्रजापत, अशोकसिंह ऊन,राजेश परिहार,चन्दनसिंह बारवा,मोहनलाल पुरोहित कैलाशनगर,रतनलाल पुरोहित धानता,दिलीप चौधरी,गुलाब पुरोहित, उत्तम बरलूट,गणेश मण्डवाड़ा,आर डी. गुरु,रिड़मल राजपुरोहित, सुरेश सवराटा,गजानंद,कमल किशोर सैनी,सतिशसिह चांचौड़ी,गणपतसिंह पाँचलोडिया,भेराराम चौधरी,छोगाराम माली,उमेश प्रजापत, दिनेश दांतराई,सुरेश रावल,खुशाल भटाना, महेंद्र स्वामी,जगदीश अग्रवाल,लालसिह, दामरसिह,जगदीश सारण,दिनकरसिह,
लीलचन्द लुहार,आदि गणमान्य मौजूद थे।
मंडल सदस्यों ने व्यवस्थाओं को अंजाम दिया –
कार्यक्रम का संचालन अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चंदनसिंह राजपुरोहित,उपेंद्र जोशी व देवेंद्र पुरोहित ने किया। वही महाप्रसादी के लाभार्थी राजकुमार शर्मा,पपु भाई चौधरी,भरत भाई चौधरी, राजुभाई चौधरी थे।