इन दिनों हार्ट संबंधित बीमारियां अधिक सुनाई देती हैं. कब किस को किस स्थिती में हार्ट अटैक आ जाए कुछ पता नहीं चलता. हार्ट अटैक के चलते अब तक हजारों लोग अपनी जान गवां चुके हैं. अक्सर ऐसा होता है कि जब हमारे सामने अचानक किसी को हार्ट अटैक आता है तो हम घबरा जाते हैं और समझ नहीं आता है कि ऐसे में क्या करें. ऐसे में सीपीआर (CPR) के जरिए इंसान की जान बचाई जा सकती है. सीपीआर (CPR) से डॉक्टर हजारों लोगों की जान बचाते हैं. आइए आज डॉक्टर्स डे के दिन जानते हैं कि आखिर सीपीआर (CPR) क्या होता है.

क्या होता है सीपीआर? (What is CPR?)

सीपीआर का फुल फॉर्म कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (Cardiopulmonary Resuscitation [CPR]) है. सीपीआर एक इमरजेंसी लाइफ सेवर प्रक्रिया है. अक्सर इसे हार्ट अटैक के दौरान दिया जाता है. यदि कोई व्यक्ति बेहोश हो गया हो और उसकी धड़कन नहीं चल रही हो ल्स नहीं चल रहा हो, तो ऐसी स्थिति में सीपीआर दिया जाता है. हार्ट ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, कार्डिएक अरेस्ट के बाद तत्काल सीपीआर देने से बचने की संभावना दोगुनी या तिगुनी हो जाती है. डॉक्टर भी अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, शोध से पता चलता है कि प्रत्येक मिनट सीपीआर में देरी होने से जीवित रहने की संभावना लगभग 10 प्रतिशत कम हो जाती है.

क्यों दिया जाता है CPR-

CPR अधिकतर हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट के केसेस में दिया जाता है. इस दौरान हृदय मस्तिष्क और फेफड़ों सहित शरीर के बाकी हिस्सों में खून पंप नहीं होता है, जिससे व्यक्ति अपनी जान तक गवां सकता है. सीपीआर में मरीज की छाती पर दबाव बनाया जाता है जिससे ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.

सीपीआर कैसे दिया जाता है? (Methods for giving CPR)

सीपीआर देने के 2 अलग-अलग तरीके होते हैं.

पहला-

जब पेशेंट को ये कोई आम व्यक्ति देता है. इसे कोई भी किसी भी जगह पर दे सकता है.

दूसरा-

यह मेडिकल इक्विपमेंट की मदद से पेशेंट को दिया जाता है. ये हॉस्पिटल या एंबुलेंस में दिया जाता है.

बच्चों और बड़ों को CPR देने का अलग अलग तरीका-

बच्चों को ऐसे दिया जाता है CPR-

स्टेप 1- सर्व प्रथम बच्चे के पास बैठेंय

स्टेप 2- यदि आपको लगता है कि बच्चे को CPR की जरूरत है तो हाथों की हथेलियों की बजाए उंगलियों का इस्तेमाल करें.

स्टेप 3- चेस्ट पर दवाब डालने के दौरान 1/2 से 2 इंच तक ही प्रेशर डालें. जितनी जल्दी हो सके बच्चे को अस्पताल ले जाएं और डॉक्टर को जानकारी दें की आपने बच्चे को सीपीआर दिया है

बड़ों को CPR देने का तरीका-

स्टेप 1- व्यक्ति को सबसे पहले सीधा लिटा दें. ध्यान रहे कोई भी अंग दबा या मुड़ा न हो.

स्टेप 2- अब हाथों की हथेलियों को एक दूसरे के ऊपर रखते हुए सीने को दबाएं. चेस्ट पर प्रेशर डालने के दौरान ध्यान रखें कि दो या ढ़ाई इंच से ज्यादा दवाब ना डालें. 100 से 120 प्रति मिनट की दर से जोर से छाती पर धक्का दें.

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