ऑपइंडिया -की रिपोर्ट के अनुसार , केरल के मलप्पुरम जिले के तानूर में नाव डूबने से 22 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे को लेकर नाव चलाने वाले व्यक्ति ने खुलासा किया है कि उसने केरल के मत्स्य पालन मंत्री वी अब्दुर रहमान और पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियाज को नाव की स्थिति और उसके रजिस्ट्रेशन के बारे में बताया था। लेकिन दोनों ने ही उसकी बातों को अनसुना कर दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तानूर के मछुआरे और नाव संचालक मामुजिन पुरैक्कल मुहाजिद ने कहा है कि 23 अप्रैल को पुल का उद्घाटन करने के लिए मंत्री पीए मुहम्मद रियाज और वी अब्दुरहीमन आए थे। तब उसने अटलांटिक नाव के रजिस्ट्रेशन को लेकर शिकायत की थी। इस पर वी अब्दुर रहमान ने उसे डाँट दिया था। वहीं, पीए मोहम्मद रियाजने उसकी शिकायत की ओर ध्यान नहीं दिया था।

मछुआरे ने कहा है:“मैंने उन्हें बताया था कि नाव का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। इस पर मंत्री वी अब्दुर रहमान ने पूछा कि क्या तुम तय करते हो कि रजिस्ट्रेशन है या नहीं? वहीं, मंत्री रियाज ने लिखित शिकायत करने के लिए कहा था। हालाँकि इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।”

CM पिनाराई के दामाद हैं मंत्री मोहम्मद रियाज

गौरतलब है कि केरल के लोक निर्माण एवं मत्स्य पालन मंत्री पीए मोहम्मद रियाज सीएम पिनाराई विजयन के दामाद हैं। मोहम्मद रियाज डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) से जुड़े हुए थे और उनका विवादास्पद इतिहास रहा है। रियाज पर केरल में हिंसक घटनाओं की साजिश रचने का भी आरोप है।

दरअसल, मार्च 2021 में एयर इंडिया द्वारा फ्लाइट के किराए में बढ़ोतरी को लेकर DYFI द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी दौरान कोझिकोड के एयर इंडिया ऑफिस के पास हिंसक झड़पें हुईं थीं। इस मामले में रियाज समेत 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। रियाज को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भी भेजा गया था। हालाँकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।

केरल के लोक निर्माण एवं मत्स्य पालन मंत्री पीए मोहम्मद रियाज की एक और पहचान है – गौमांस से जुड़ी हुई। ये वही शख्स हैं, जिन्होंने सरेआम खुली सड़क पर ‘गौमांस पकाओ’ जैसा आयोजन करवाया था।

नैतिक जिम्मेदारी ले इस्तीफा दें रियाज: बीजेपी

तानूर में नाव पलटने से हुए हादसे को गंभीर चूक बताते हुए भाजपा ने मत्स्य पालन मंत्री पीए मोहम्मद रियाज से इस्तीफा माँगा है। केरल भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा:

“रियाज को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। यदि सही तरीके से कार्रवाई की गई होती तो यह हादसा टाला जा सकता था। केरल में केवल बयानबाजी और विज्ञापन ही होते हैं। राज्य में कितनी नाव हैं, इसका कोई आधिकारिक आँकड़ा नहीं है। इस हादसे की सही तरीके से जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।”

लापरवाही में चली गई 22 लोगों की जान

बता दें कि मलप्पुरम जिले के तानुर इलाके में थूवलथीरम समुद्र तट के निकट रविवार (7 मई 2023) की शाम एक नाव (हाउसबोट) पलट गई थी। इसमें सवार महिलाओं और बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद केरल सीएम ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख वहीं पीएम मोदी ने 2-2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया था।

 

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