मुंबई। नारायण सेवा संस्थान का नारायण लिम्ब एवं कैलिपर्स फिटमेंट शिविर मुंबई के निको हॉल, नायगाँव क्रॉस रोड, वडाला उद्योग भवन के पास, दादर में सम्पन्न हुआ। शिविर का उद्देश्य शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों को न केवल चलने-फिरने में...
करनाल : सेवा भारती हरियाणा प्रदेश के प्रांत कार्यालय में गोवंश संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण हेतु गौ उत्पाद बनाने के लिए एक बारह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया l  इस कार्यक्रम में गाय के गोबर से भगवान की मूर्तियां,...
  फिल्म समीक्षा: “तुम लौट आना जिंदगी” प्रेजेंटर: जय भोलेनाथ आर्ट्स लेखक, निर्माता निर्देशक: प्रदीप अग्रवाल कलाकार: आदित्य शर्मा, दीप्ति जयप्रकाश, विशाल शर्मा, गौरव बाजपेयी, अनुपमा शुक्ला, अमिता विश्वकर्मा, अजय कुमार सोलंकी अवधि: 1 घंटा 53 मिनट सेंसर: U/A रेटिंग: 3 स्टार्स सिनेमा सिर्फ एक मनोरंजन का...
Chhattisgarh News in Hindi : छत्तीसगढ़ में गाय व अन्य गोवंश की तस्करी करने वालों पर सख्ती करने के निर्देश दे दिए गए हैं. नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में गोवंश की तस्करी व प्रताड़ना मामलों की रोकथाम को लेकर पुलिस...
  मुंबई। दिव्यांगजनों और मानव सेवा के लिए पहचाने जाने वाले उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान द्वारा मुंबई के दिव्यांगों के सेवार्थ रविवार 8 जून को निःशुल्क नारायण लिम्ब एवं कैलीपर्स फिटमेंट शिविर आयोजित होगा। यह शिविर निको हॉल, नायगाँव...
विश्व विश्व पर्यावरण दिवस पर जोधपुर में प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने पत्रकार वार्ता की और पर्यावरण संरक्षण को लेकर लंबी चौड़ी बातें कही। इस दौरान उन्होंने एक ऐसी बात कह दी, जिससे हर कोई आश्चर्यचकित हो गया। मंत्री...
केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान चौपाल में किसानों से संवाद कर सुनीं समस्याएं, सुझाए कई समाधान देहरादून जनपद के डोईवाला ब्लॉक के पाववाला सौड़ा गांव में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के तहत लगी किसान चौपाल   उत्तराखंड को हार्टिकल्चर...
Prayagraj - जिले के गौ-आश्रय स्थलों में निराश्रित गोवंशों के लिए आवश्यक सुविधाओं और व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक सर्किट हाउस सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में गम्भीर लापरवाही उजागर...
डॉ. शैलेश शुक्ला हर साल 7 जून को मनाया जाने वाला विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस न केवल उपभोक्ताओं को सुरक्षित भोजन के प्रति जागरूक करने का अवसर है, बल्कि यह पूरी वैश्विक खाद्य प्रणाली की समीक्षा करने का भी...
  (डॉ. फौज़िया नसीम शाद-विभूति फीचर्स) यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि आज के समय में धर्म पर बात करना, उस पर लिखना या किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना अत्यंत संवेदनशील विषय बन चुका है। स्थिति ऐसी हो गई...