दिल्ली – दिल्ली में पांच दिवसीय गौ-संसद, गौ कानून विधेयक समेत कई मुद्दों पर चर्चा होने जा रही है। इस विषय पर आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन दिल्ली के प्रेस क्लब में आयोजित किया गया। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज जी के नेतृत्व में यह पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के छतरपुर तेरापंथ भवन में किया जा रहा है। जिसमे भारत के कई प्रदेशो से गौ सेवा से जुड़े लोग भाग ले रहे है।
कार्यक्रम की रुपरेखा के अनुसार इस सभा में आये हुए गौभक्तो को गौ सांसद के रूप में नियुक्त किया जायेगा। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज जी का इस विषय पर अभिभाषण होगा तथा एक विधयेक पारित किया जायेगा जिसमे गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा कैसे मिले और गौमाता के लिए क्या क्या करना है उसपर चर्चा कर के एक रोड मैप तैयार किया जायेगा।
ज्ञात हो कि पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘1008’ महाराज एक लंबे समय से गौमाता को -राष्ट्रमाता कहा जाये और उस की सरकारी कानूनन घोषणा हो उसके लिए आंदोलन कर रहे है। आज यह आंदोलन देश का आंदोलन बनता जा रहा है।
सम्पूर्ण भारत से पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘1008’ महाराज की आंदोलन की आवाज़ बन चुका है। उसी का यह परिणाम है कि मोदी सरकार भी अब सोचना पड़ रहा है। पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए नंगे पाव पद यात्रा भी कर चुके है।