बिजनौर के आठ हजार गोवंश पहुंचे गोशाला में, सैकड़ों सड़कों पर
बिजनौर। जनपद की आबादी, सड़कों और खेतों में बेसहारा गोवंश घूमते नजर आ रहे हैं। घूमने वाले बेसहारा पशुओं में काफी गोवंश पड़ोसी जनपद अमरोहा के मिले। इसके अलावा जनपद में एक हजार से ज्यादा बेसहारा गोवंश घूम रहे हैं। चिकित्सकों की टीम ने धर्मनगरी में घूम रहे बेसहारा पशुओं के टैग की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ।
जनपद में सभी 47 गोआश्रय स्थलों में करीब 8063 गोवंश संरक्षित कर रखे हैं। इसके बाद भी आबादी, सड़कों और खेतों में एक हजार से ज्यादा बेसहारा गोवंश घूम रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पिछले माह में सभी बेसहारा पशुओं को पकड़ लिया गया था। अब फिर से जनपद में बेसहारा पशु घूमते दिखाई दें रहे हैं। बेसहारा पशुओं की संख्या रोजाना बढ़ रही है। बेसहारा गोवंश सड़क पर वाहन चालकों, खेतों में किसानों की सबसे बड़ी समस्या बन गए हैं। बेसहारा पशु किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिले में 500 बीघा से ज्यादा गेहूं की फसल बेसहारा पशुओं ने खराब कर दी, जिससे किसानों ने जोत दिया।
अफसर रजिस्टर से करेंगे पशुओं की जांच
जिलाधिकारी ने बैठक कर अफसरों को गांव में रखे गोवंश गणना के रजिस्टरों से पशुपालकों के यहां बंधे गोवंश से मिला करने के निर्देश दिए हैं। यदि रजिस्टर के अनुसार गोवंश नहीं मिला और पशुपालक ने छोड़ा है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश गुप्ता ने बताया कि जनपद पिछले माह बेसहारा पुशओं को पकड़कर गोशालाओं में भेज दिया था। लेकिन कुछ दिनों से फिर बेसहारा गोवंश दिखाई देने लगा है। जनपद में एक वृहद गोशाला समेत 17 गोशालाओं का तेजी से निर्माण हो रहा है। निर्माण होते ही घूमने वाले गोवंश को पकड़कर गोशालाओं में भेज दिए जाएंगे – डॉ. मुकेश गुप्ता, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी