मुंबई। शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला रहे सीए डॉ. महेश गौड़ को उनकी अद्वितीय सोच और नवाचार के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें भारत में मेमोरी कोचिंग और मोटिवेशनल स्पीकिंग को नई दिशा देने के लिए दिया गया, जिससे आज हज़ारों छात्र न सिर्फ बेहतर सीख रहे हैं, बल्कि आत्मविश्वास से आगे बढ़ भी रहे हैं।
इस गरिमामय आयोजन का आयोजन टॉपनोटच फाउंडेशन द्वारा किया गया, जिसमें देश की कई जानी-मानी हस्तियों की उपस्थिति रही। समारोह में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, अभिनेता सोनू सूद, महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर, और शिवसेना प्रवक्ता शाइना एन.सी. जैसे सम्माननीय मेहमान मौजूद थे।
डॉ. गौड़ द्वारा स्थापित एडुक्विक (EduQuik), जो एडुवेदा एडटेक प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत संचालित है, आज देशभर में विद्यार्थियों के लिए उम्मीद की किरण बन चुकी है। यहां बच्चों को रटने के बजाय याद रखने के वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक तरीकों से पढ़ाया जाता है जिससे शिक्षा एक बोझ नहीं, बल्कि एक आनंदमय अनुभव बनती है।
डॉ. गौड़ कहते हैं, “मेरा सपना है कि भारत का हर बच्चा पढ़ाई से डरे नहीं, बल्कि उसे समझे और जिए। शिक्षा को केवल अंकों की दौड़ नहीं, बल्कि सोचने और सशक्त बनने का माध्यम बनाना है।”
वह खुद एक वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मेमोरी कोच हैं और उन्हें महाराष्ट्र रत्न सम्मान, राजस्थान प्राइड अवार्ड, और इंडो इंटरनेशनल अचीवर अवार्ड जैसे कई ख्यातिप्राप्त पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
इस पुरस्कार के साथ, डॉ. गौड़ ने यह साबित कर दिया है कि अगर नीयत सच्ची हो और नजरिया वैज्ञानिक, तो शिक्षा को एक नई दिशा दी जा सकती है।