संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। नगर परिषद संतोषगढ़ के पशु चिकित्सालय में वीरवार सुबह उस वक्त माहौल गरमा गया, जब स्थानीय प्राचीन गोशाला को संचालित कर रही कमेटी के पदाधिकारियों ने मृत गाय को लेकर चिकित्सालय स्टॉफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कमेटी का आरोप है कि घायल एवं बीमार गाय को उचित जांच एवं उपचार नहीं दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इस संबंधी स्टाफ कर्मियों को बताया गया तो वे दुर्व्यवहार पर उतारू हो गए। फार्मासिस्ट पर गाली-गलौज करने के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि फार्मासिस्ट की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है और मृत गाय को चिकित्सालय लेकर आना तर्कहीन बताया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर पुलिस चौकी की टीम भी पहुंच गई। चिकित्सालय की प्रभारी डॉ. दीप शिखा सैनी ने पुलिस की मौजूदगी में गोशाला कमेटी संग बैठक कर मामले को सुलझाया।

वहीं, विरोध प्रदर्शन कर रहे संतोषगढ़ की वार्ड चार की पार्षद मंजू सैनी, गोशाला कमेटी के अध्यक्ष दिलबाग सैनी, महासचिव पंडित प्यार लाल शास्त्री, डॉ. राम नारायण प्रभाकर, सतीश चब्बा, कमल किशोर ने बताया कि गोशाला में बीमार गाय को इलाज देने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ न भेजकर ट्रेनिंग स्टाफ से दवा दिलाई गई। इसके कुछ देर बाद गाय की मौत हो गई। सरकार और उच्च विभाग के सीधे निर्देश हैं कि किसी भी पशु का इलाज डॉक्टर मौके पर जाकर करेंगे, लेकिन स्थानीय चिकित्सालय टीम ने ऐसा नहीं किया। जब गाय की मौत के बारे में यहां बताया गया तो उल्टा फार्मासिस्ट शाम लाल गाली-गलौज पर उतारू हो गए। इस वजह से मजबूरन प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने मांग की है कि ऐसे अधिकारियों को यहां से तत्काल बदला जाए और इसकी जांच होनी की जाए। इस मौके पर पुलिस ने भी दोनों पक्षों को शांत कराया। हालांकि चिकित्सालय की प्रभारी डॉ दीप शिखा सैनी ने कमेटी संग बैठक कर सभी संशय स्पष्ट किए तथा गाय को इलाज सही मिलना बताया। इसके अलावा भविष्य में स्वयं जाकर गोशाला में गऊओं की जांच का आश्वासन दिया। उधर, गोशाला के अध्यक्ष दिलबाग सैनी ने बताया कि फार्मासिस्ट के दुर्व्यव्हार के खिलाफ आगामी कार्रवाई करेंगे।

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बीते रोज फार्मासिस्ट सहित कुछ स्टाफ छुट्टी पर था और अस्पताल में मेरे पास केस था। फिर भी गोशाला में गाय की जांच के लिए टीम भेजी और उपचार बिल्कुल सही दिया गया है। फार्मासिस्ट के दुर्व्यवहार के संबंध में मुझे पता नहीं है, इसलिए कुछ कहना गलत होगा।
-दीपशिखा सैनी, प्रभारी, पशु चिकित्सालय, संतोषगढ़

पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रभारी की ओर से विवाद सुलझाया गया है। फार्मासिस्ट की ओर से गाली-गलौज को लेकर विभागीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
-डाॅ. विनय शर्मा, उपनिदेशक, पशुपालन विभाग, ऊना

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