गाय को देश में ही नहीं विदेशों में भी सम्मान दिया जाता है। गोपाष्टमी पर डाक टिकट व सिक्का संग्रहकर्ता शैलेंद्र वार्ष्णेय सर्राफ ने बताया कि गाय पर डाक टिकट भी जारी किए गए।

हाथरस शहर के डाक टिकट व सिक्का संग्रहकर्ता शैलेंद्र वार्ष्णेय सर्राफ ने बताया कि देश में ही नहीं विदेश में भी गायों को सम्मान दिया जाता है। विदेशों में खास तौर पर नेपाल में गोमाता को विशेष स्थान मिला है। इस देश में गाय पर टिकट व उसके चित्र वाले सिक्के को चलाया गया। श्रीलंका में भी गाय पर डाक टिकट चलाई जा रही है। अंग्रेजों के शासन में भी गाय के चित्र के साथ वर्ष 1929 में पोस्ट कार्ड चलाए गए। उनके संग्रह में आज भी वह डाक टिकट, सिक्के व पोस्ट मौजूद हैं।

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