Dhar News: धार में गाय गोहरी पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मन्नतधारियों के ऊपर से सैकड़ों सजी-धजी गायें गुजारी गईं, जिन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। देखें श्रद्धालुओं के उत्साह से भरी तस्वीरें…।
धार जिले के सरदारपुर स्थित गवलीपुरा में दीपावली के दूसरे दिन पारंपरिक ‘गाय गोहरी’ पर्व बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस आयोजन में जिले भर के यादव समाज के लोग अपने पशुधन को सजा-धजाकर पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे। वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार, मन्नतधारी श्रद्धालु इस पर्व पर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भूमि पर लेटते हैं और उनके ऊपर से सैकड़ों गायों को गुजारा जाता है।
इस वर्ष भी गवलीपुरा में विशेष आयोजन हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने अपने पशुधन को मोरपंख, फूल-मालाओं और अन्य सजावटी सामग्रियों से सजाया। इस दौरान मंदिरों में विधिवत पूजा-अर्चना की गई और ढोल-नगाड़ों के साथ लोग गायों को लेकर उत्सव स्थल पर पहुंचे। जैसे ही मन्नतधारी श्रद्धालु भूमि पर लेट गए, गांव की सैकड़ों गायों को उनके ऊपर से निकाला गया, जो सभी श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत और रोमांचक अनुभव था। इस अनोखे दृश्य को देखने के लिए गांव के लोगों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के लोग भी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए।
गाय गोहरी पर्व की परंपरा को यादव समाज के लोग अपनी संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं के तहत सालों से निभा रहे हैं। इस पर्व का उद्देश्य गोवंश के प्रति आस्था को प्रकट करना और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आशीर्वाद प्राप्त करना होता है। इस दौरान उपस्थित लोगों और जन प्रतिनिधियों ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए एक-दूसरे को पर्व की बधाई दी।
गाय गोहरी का यह पारंपरिक पर्व न केवल धार्मिक मान्यताओं को दर्शाता है, बल्कि ग्रामीण समाज में गोवंश के महत्व और श्रद्धा को भी बल देता है। जिले के अन्य गांवों में भी यह पर्व मनाया जा रहा है, जिसमें लोग पूरे उत्साह के साथ अपने पशुधन की पूजा कर अपनी परंपराओं को जीवंत बनाए हुए हैं।