उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक गौ माता का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। ये अनोखा रेस्क्यू ऑपरेशन ही था क्योंकि गौ माता दो दिन से एक कुएं में तड़प रही थी। अंत में फायर ब्रिगेड, पशु चिकित्सालय 1962 एंबुलेंस की पूरी टीम, पुलिस, नगर पालिका कर्मियों की मदद से गौ माता को बाहर निकाला गया।
वैसे खुले हुए कुएं जानलेवा बन रहे हैं। इंसानों के साथ-साथ जानवरों के लिए ये आत्मघाती साबित हो रहे हैं। शहर के वार्ड नंबर 11 राजकीय कॉलोनी मॉडल टाउन मोहल्ले में 60 फीट गहरे कुएं में अचानक एक गाय गिर गई। इतने गहरे कुएं में गिरने की वजह से वह घायल भी थी। गौ माता 2 दिन से तड़प रही थीं।
60 फीट गहरे कुएं में गिरी गौ माता का हुआ रेस्क्यू
जानकारी मिलते ही सभासद सरदार परमजीत सिंह, समाजसेवी पूर्व सभासद पूनम तिवारी, ने तत्काल फायर ब्रिगेड, पशु चिकित्सालय 1962 एंबुलेंस की पूरी टीम, पुलिस, नगर पालिका कर्मियों सूचना दी। इन सभी के सहयोग से शनिवार गौ माता को 60 फीट गहरे कुएं से बड़े कठिन प्रयत्न के बाद बाहर निकाला जा सका।
गौ माता के दर्शन करने वालों की लगा तांता
मौत के कुएं से बाहर निकलने के बाद गौ माता ने राहत की सांस ली। गौ माता के दर्शन करने वालों का तांता लग गया। पशु प्रेमी सभासद समाजसेवी पूर्व सभासद पूनम तिवारी व सरदार परमजीत सिंह, सभासद पुष्पा यादव, रानी सिंह, आकाश के प्रयासों की सराहना हो रही है। लोगों ने उन्हें गौ माता की जान बचाने के लिए धन्यवाद भी कहा। बाद में खुले कुएं में लोहे का जाल रखा गया जिससे कोई जनहानि ना हो सके। कहते हैं कि न कि जिसको राखे साइयां मार सके ना कोय।
जानलेवा हैं खुले कुएं
गौरतलब है कि गांवों में अभी भी कुएं एक मुख्य जलस्त्रोत हैं। कुओं में अब पानी तो नहीं होता, लेकिन अनदेखी की वजह से ये कुएं जानलेवा बनते जा रहे हैं। सूखे हुए कुएं को ढका नहीं जाता, जिसकी वजह से इसमें बच्चों और जानवरों के गिरने का डर रहता है।
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