कवर्धा\बालोद: कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद गौवंश संरक्षण की स्थिति बदतर हो गई है. पार्टी का कहना है कि बीते दो वर्षों में छत्तीसगढ़ से लगभग 5 लाख गौवंश गायब हो गए हैं. वहीं 580 गौवंश सड़क हादसों में मारे गए, 1200 से अधिक भूख-प्यास से मर गए और 200 से ज्यादा जहरीले पदार्थ खाने से मौत के शिकार हुए.
भाजपा पर गौठान बंद करने का आरोप: जिला कांग्रेस प्रवक्ता विकास केसरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में प्रदेशभर में 10,800 गौठान बनाए गए थे, जिनमें 14 लाख से अधिक गौवंश का संरक्षण किया जाता था. वहां चारा-पानी की व्यवस्थित सुविधा उपलब्ध कराई गई थी. लेकिन भाजपा सरकार बनते ही सबसे पहले गांव-गांव के गौठान बंद कर दिए गए, जिसके चलते मवेशी सड़क पर भटकने लगे और उनकी जान पर संकट आ गया.
65 देशों को बीफ निर्यात करने का आऱोप: कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा खुद को गौ पूजक और गौ रक्षक बताकर सिर्फ दिखावा करती है, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है. भाजपा शासन में गौ तस्करी के मामले बढ़े हैं. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 2014 में मोदी सरकार आने के बाद भारत 65 देशों को बीफ निर्यात कर रहा है और भाजपा शासित राज्यों में सबसे अधिक स्लॉटर हाउस संचालित हो रहे हैं.
गौठान चालू करने की मांग: कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार प्रदेश से गायब हुए 5 लाख गौवंश के मामले में स्पष्ट जवाब दे और पूर्व में संचालित सभी 10,800 गौठानों को पुनः चालू कर चारा-पानी की सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित करे.
बालोद में भी कांग्रेस का आरोप: वहीं बालोद जिला कांग्रेस कमेटी ने भी भारतीय जनता पार्टी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार गौ-रक्षक का चोला ओढ़कर कत्लखानों से चंदा ले रही है, जबकि प्रदेश में पशुधन की स्थिति बदतर हो चुकी है. जिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी ने प्रेस वार्ता में दावा किया कि पिछले पौने दो साल में राज्य से करीब 5 लाख पशुधन गायब हो गए हैं, वहीं 2,500 से अधिक मौतें दुर्घटनाओं और भूख से हो चुकी हैं. हिरवानी ने बताया कि भाजपा शासनकाल में गौ-तस्करी तेज़ हो गई है और सड़कों पर बेसहारा पशुधन मर रहे हैं. केवल बीते दो वर्षों में 850 से अधिक गाय वाहन दुर्घटनाओं में कुचलकर मारी गईं. कांग्रेस सरकार के समय बनाए गए गौठान बंद कर दिए गए, जिससे रोजगार भी प्रभावित हुआ है. हिरवानी ने कहा कि भाजपा सरकार “गौ-रक्षक” होने का दावा करती है, मगर जमीनी हकीकत बिलकुल विपरीत है.