गोरखपुर : ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिष्य शनिवार को गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए अभियान पर निकले. शनिवार की सुबह उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में मॉर्निंग वॉक पर आने वाले लोगों से संपर्क किया. संपर्क के दौरान उन्होंने लोगों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की. टीम के सदस्यों ने शंकराचार्य के विचारों से संबंधित एक पत्र भी लोगों को सौंपा. इस दौरान उन्होंने पत्र में लिखे मोबाइल नंबर पर मिस कॉल देकर अभियान को समर्थन देने की अपील भी की.

इस संबंध में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के दीक्षित शिष्य और गोरखपुर गोरक्षा दल को नेतृत्व दे रहे मनीष पाण्डेय ने बताया कि, शंकराचार्य का कहना है कि, आजादी के 77 वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस देश में ऐसी कोई सरकार अभी तक नहीं आई जिसने गौ माता के प्राणों की रक्षा के लिये कोई प्रभावकारी कदम उठाया हो. हमारी गौमाता को गाजर-मूली की तरह काट करके उनके मांस को विदेश में निर्यात किया जा रहा है. यह हम हिंदुओं के लिए बहुत ही शर्मनाक और पीड़ादायक है, जबकि हमारे धर्म शास्त्रों में गौ माता को विश्व की माता कहा गया है. ऐसे में हमारी यह पहली धार्मिक जिम्मेदारी बनती है कि हम गौ माता को कटने से बचाएं और उसके लिए संकल्पबद्ध होकर, सरकारों पर प्रभावकारी दबाव बनाएं कि, वह गौ माता को पशु की श्रेणी से निकालकर राष्ट्र माता का दर्जा दें और गौहत्या के लिए कड़े से कड़े कानून बनाएं. यह तभी संभव है जब सभी हिंदू लोग इसमें सहयोग करें.

उन्होंने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भारत सरकार से निवेदन किया है कि 17 मार्च 2025 तक इस संबंध में अपना रुख स्पष्ट करे नहीं तो वह दिल्ली में गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए अनशन पर बैठने का कार्य करेंगे. मनीष पांडेय ने बताया कि शंकराचार्य भगवान के निर्देश पर लोगों से संपर्क कर इस अभियान को गति देने का कार्य किया जा रहा है, जिसके क्रम में विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार की सुबह लोगों से संपर्क किया गया और उनसे अभियान को समर्थन देने के लिए मोबाइल नंबर (8448531008) पर मिस कॉल करने को कहा गया है. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने मिस कॉल भी किया.

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