DESK: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ही नहीं बल्कि आस-पास के पूरे इलाकों में 40 साल तक जिस माफिया डॉन के आतंक से लोग कांपते रहे, वह पूरे कुनबे के साथ मिट्टी में मिल गया। बात यूपी के सबसे बड़े माफिया डॉन अतीक अहमद की हो रही है। तीन दिन में अतीक के परिवार में तीन लोग कब्र में पहुंच गये. पहले अतीक के बेटे असद को एनकाउंटर मार गिराया गया और दो दिन बाद अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अतीक और उसके कुनबे के आतंक को जानने वालों को एक महिला का श्राप याद आ रहा है। 18 साल पहले इस महिला ने रो-रो कर कहा था-अतीक ने जैसे मरे पति की हत्या की है, एक दिन उसकी भी हत्या वैसे ही कर दी जायेगी। महिला का श्राप लग गया।
कौन है वह महिला जिसने अतीक को दिया था श्राप?
प्रयागराज के लोग कह रहे हैं कि अतीक के परिवार और उसके गुर्गों को एक महिला का श्राप लगा है. ये महिला और कोई नहीं बल्कि पूर्व विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा पाल हैं. पूजा पाल के हाथों की मेंहदी नहीं उतरी थी कि सुहाग को उजाड़ दिया गया था. तभी उन्होंने कहा था कि अतीक भी वैसे ही मारा जायेगा. आखिरकार अतीक मारा ही गया. अकेले नहीं बल्कि भाई और बेटे के साथ।
ये कहानी शुरू होती है 2004 से. माफिया डॉन अतीक अहमद ने 2004 में प्रयागराज से लोकसभा चुनाव जीत लिया था. वह पहले से ही प्रयागराज पश्चिमी विधानसभा सीट से विधायक था. जब सांसद बन गया तो विधानसभा की सीट खाली हो गयी. अतीक के सांसद चुने जाने से खाली हुई सीट पर 2005 में उपचुनाव हुआ था. अतीक ने अपने भाई अशरफ को इस सीट से मैदान में उतारा. उधर बसपा ने एक युवा चेहरे को अतीक-अशरफ के आतंक का मुकाबला करने के लिए मैदान में उतारा. बसपा की टिकट से युवा नेता राजू पाल ने चुनाव लड़ा था. राजू पाल के सामने पहली बार अतीक के कुनबे ने हार का स्वाद चखा. राजू पाल विधानसभा उप चुनाव जीत कर विधायक बन गये.
2005 के जनवरी में विधायक बनने के कुछ ही दिन बाद राजू पाल की शादी भी हुई. राजू पाल ने पूजा पाल से शादी की थी. उधर अतीक और उसका कुनबा अपनी हार का बदला गोली से लेने की प्लानिंग कर रहा था. आतंक के पर्याय अतीक को राजू पाल के विधायक बनने के साथ साथ शादी होने की खुशी नागवार गुजर रही थी. लिहाजा राजू पाल को ऐसा सबक देने की प्लानिंग की गयी कि फिर कोई अतीक अहमद के सामने खड़ा नहीं हो पाये.
शादी के 9 दिव बाद राजू पाल को छलनी कर दिया गया था
घटना 25 जनवरी 2005 की है. प्रयागराज के धूमनगंज में विधायक राजू पाल को गोलियों से छलनी कर दिया गया था. अतीक के भाई अशरफ औऱ उसके गुर्गों ने राजू पाल को दौड़ा-दौड़ाकर गोलियां मारी थी. प्रयागराज में दिन दहाड़े विधायक की इस बेरहमी से हत्या ने पूरे उत्तर प्रदेश को दहला दिया था. सबसे बड़ा सदमा तो पूजा पाल को लगा. उनके हाथों की मेहंदी अभी छूटी भी नहीं थी पति को सरेआम गोलियों से भून दिया गया. शादी के सिर्फ नौ दिन बाद पूजा पाल को विधवा बना दिया गया. अपना सुहाग उजाड़ दिये जाने के बाद पूजा पाल ने अतीक और उसके कुनबे को श्राप दिया था. वही श्राप लग गया.
पूजा पाल ने कहा था-अतीक तेरा हाल भी ऐसा ही होगा
अपने पति की हत्या के बाद पूजा पाल ने रोते हुए कहा था कि अतीक और उसके गुर्गों ने जो हाल मेरे पति का किया है, उसका न्याय भगवान करेगा. एक दिन भगवान उन्हें उनके कर्मों की सजा देगा और अतीक का अंत भी ऐसे ही होगा. लगभग 18 साल बाद अतीक को भी सरेआम गोलियों से भून डाला गया. उसके साथ उसका भाई अशरफ भी मारा गया. अशरफ ने खुद राजू पाल को गोलियों से भूना था. तीन दिन के अंदर अतीक के परिवार का नामों निशान मिट गया. दो दिन पहले बेटे असद का एनकाउंटर हो गया. फिर अतीक और अशरफ को मार डाला गया. उसके दो नाबालिग बेटे जेल में हैं तो पत्नी शाइस्ता फरार है. अतीक और अशरफ की मौत के बाद पूजा पाल ने कहा है कि जो जैसा करता है वैसा ही भरता है. उन्होंने कहा-इंसान के कर्मों का फल इसी धरती पर मिलता है.
क्या कर रही हैं पूजा पाल?
शादी के नौ दिन बाद विधवा बना दी गयीं पूजा पाल ने अपने पति के मर्डर के बाद उनकी सियासी विरासत संभाल रखी है. राजू पाल की हत्या के बाद खाली हुई विधानसभा सीट पर 2005 में ही हुए उपचुनाव में पूजा पाल ने बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन वे अतीक के भाई अशरफ के आतंक के सामने हार गयी थीं. हालांकि 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में पूजा पाल ने बसपा की टिकट से जीत हासिल की थी. 2012 के विधानसभा चुनाव में भी पूजा पाल ने अपना दल से खड़े हुए अतीक अहमद को हराया था. पूजा पाल को बसपा ने जनवरी 2018 में अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया. बीच में उनके भाजपा में जाने की भी चर्चा हुई. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में पूजा पाल को सपा ने उन्नाव से प्रत्याशी बनाया था.
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