अनिल बेदाग, मुंबई
खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन और वोकल फॉर लोकल के विचार। एक बार फिर
खादी अपने नए विचारों के साथ सामने आई है जिसका उद्देश्य नागरिकों को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में योगदान देने के लिए खादी उत्पाद खरीदने और पहनने के लिए प्रोत्साहित करना है।
अक्टूबर खादी महोत्सव का महीना है। यह महोत्सव “वोकल फॉर लोकल” पहल और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सोचे गए ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ का समर्थन करने को समर्पित है। महात्मा गांधी की 154वीं जयंती मनाते हुए केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने मुंबई में खादी यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी और 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2023 तक होने वाले ‘खादी महोत्सव’ की घोषणा की।
इस अभियान का उद्देश्य खादी और ग्रामोद्योग, हथकरघा, हस्तशिल्प, ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) उत्पादों और स्थानीय स्तर पर उत्पादित विभिन्न पारंपरिक और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है। यह महोत्सव विभिन्न राज्यों के खादी उत्पादों की एक विविध शृंखला का प्रदर्शन करता है। इसमें खादी के कपड़े, रेशम की साड़ी, ड्रेस मटीरियल, कुर्ते, जैकेट, बेडशीट, कालीन, रसायन मुक्त शैंपू, शहद, अन्य घरेलू सामान, और साथ ही उत्कृष्ट कला और हस्तशिल्प शामिल हैं।









