मुंबई: मुंबई में कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका को देखते हुए बीएमसी प्रशासन एलर्ट मोड पर आ गया है। बीएमसी ने मुंबई में 60 साल से अधिक उम्र के नागरिकों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने को कहा है, साथ ही अपने अस्पतालों में काम करनेवाले डॉक्टरों, मेडिकल टीम, कर्मचारियों, मरीजों और विजिटर्स के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है।
बीएमसी कर्मचारियों को कोरोना से सुरक्षा के लिए मास्क पहनने को कहा गया है। बीएमसी कमिश्नर आई. एस. चहल ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए बीएमसी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी बेड रिजर्व रखने का निर्देश दिया गया है।
ज्यादातर कोरोना मरीज घर पर ही रह कर इलाज करवा रहे हैं, इसको देखते हुए बीएमसी जल्द ही होम क्वारंटीन के लिए नई गाइडलाइन जारी करेगी। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने मई में तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की चेतावनी दी है। सोमवार को कमिश्नर चहल की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल बैठक में कोरोना से निपटने के लिए सभी उपायों पर विचार किया गया।

‘ बीएमसी कमिश्नर चहल ने आदेश दिया कि मुंबई में फिर से टेस्टिंग बढ़ाई जाए, अस्पतालों में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, बेड की उपलब्धता, ऑक्सिजन और वेंटिलेटर की सुविधा तैयार रखी जाए। ”

60 की उम्र पार कर चुके लोगों से मास्क पहनने की अपील
वॉर्ड वार रूम्स को एक्टिव रहने का निर्देश दिया गया है, जिससे मरीजों की संख्या बढ़ने पर स्थिति से निपटने में आसानी हो। चहल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सबसे ज्यादा खतरा 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों को है। इसीलिए मुंबई में रहने वाले 60 की उम्र पार कर चुके व्यक्तियों, खासकर जिन्हें कोई बीमारी है, उन्हें मास्क का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। सीनियर सिटीजन के लिए अभी मास्क अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों, भीड़भाव वाले क्षेत्रों में जाते समय मास्क का इस्तेमाल उन्हें कोरोना के खतरे से बचाएगा।
कोरोना से निपटने बीएमसी की तैयारियां
– बीएमसी अस्पतालों में ग्लव्स, मास्क, पीपीई किट के साथ दवाइयों के स्टॉक की समीक्षा की जाएगी। यदि जरूरत हुई, तो उनकी तुरंत खरीदी की जाएगी।
– कोरोना के प्रसार को रोकने में टेस्टिंग सबसे असरदार है, इसलिए मुंबई में टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी।
– सीरियस मरीजों को आईसीयू और वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है, इसलिए सभी अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट काम कर रहे हैं या नहीं, ऑक्सिजन की सही आपूर्ति हो रही है या नहीं, इसका ऑडिट होगा।
– वॉर्ड वार रूम्स को पूरी तरह से एक्टिव किया जाएगा। कोरोना को रोकने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
– प्राइवेट और बीएमसी अस्पतालों में सर्जरी के लिए एडमिट मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। पॉजिटिव पाए जाने पर बहुत जरूरी न हो, तो सर्जरी टाली जाएगी।
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