गुजरात के जूनागढ़ जिले की केशोद तहसील के फागली गांव में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। गांव के बाहरी हिस्से में स्थित पुराने कूड़ाघर के पास एक साथ सात गायों के शव मिलने से ग्रामीणों और गौ सेवकों में भारी आक्रोश फैल गया है।
इस घटना का पता उस समय चला जब गांव के कुछ बच्चे मैदान में पतंग उड़ा रहे थे। पतंग बबूल के पेड़ में फंसने पर जब वे उसे निकालने पहुंचे, तो झाड़ियों और कचरे के ढेर के पास कई गायों के शव पड़े दिखे। बच्चों ने तुरंत गांव के सरपंच भगवानजी देवधरिया को इसकी सूचना दी।
सरपंच ने बिना देरी किए पुलिस, गौ रक्षा दल और पशु चिकित्सकों को मौके पर बुलाया। हालात की गंभीरता को देखते हुए संबंधित टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। पुलिस और पशु चिकित्सकों ने संयुक्त रूप से पंचनामा तैयार किया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटनास्थल पर पहुंचे लायन नेचर क्लब के सदस्य नीरव लक्ष्मी समेत अन्य गौ रक्षकों ने इसे सामान्य मौत मानने से इनकार किया है। उनका आरोप है कि गायों को जानबूझकर जहरीला पदार्थ खिलाया गया। उन्होंने दावा किया कि इससे पहले भी केशोद के वेरावल रोड इलाके में 8–9 नंदी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए जा चुके हैं, जिससे किसी संगठित गिरोह की आशंका गहराई है।
पशु चिकित्सकों ने मौके पर ही गायों के आंतरिक अंगों के सैंपल एकत्र किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए पशु सेवा विभाग (FSL) भेजा जा रहा है। पुलिस ने फिलहाल मामले में आकस्मिक मृत्यु का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।






