भोपाल: मध्य प्रदेश में गोवर्धन पूजा का ये दूसरा साल है, जब पूरे प्रदेश में सरकारी तौर पर गौ पूजा हो रही है. भोपाल में हुए गोवर्धन पर्व के आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि “केवल भाषणों से बात नहीं बनती.” उन्होंने गौ पालकों को टास्क दिया कि मध्य प्रदेश को गौ पालन में देश का नंबर-1 राज्य बनाना है. उन्होंने कहा “प्रयास ये होना चाहिए कि दूध की राजधानी मध्य प्रदेश में हो.” मोहन यादव ने भारतीय संस्कृति और परंपरा के महत्व को बताने के लिए इकबाल के शेर को याद किया और कहा कि “कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी.”

दूध प्रोडक्शन में ऐसे नंबर-1 पर पहुंचे मध्य प्रदेश

पूरे प्रदेश की गौ शालाओं में गोवर्धन पूजा के आयोजन हो रहें हैं. राजधानी भोपाल में हुए मुख्य आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भी मौजूदगी रही. उन्होंने इस मौके पर गौ पालकों से ये उम्मीद जताई कि जिस तरह से अभी दुग्ध उत्पादन में मध्य प्रदेश देश में तीसरे नंबर पर है. इसे अब मिल्क प्रोडक्शन में देश का नंबर-1 राज्य बनाना है. उन्होंने कहा “केवल भाषण से बात नहीं बनती. हमने प्रयास किया कि त्योहार में जो संस्कार छिपा है, जो संदेश छिपा है, उसे आत्मसात किया जाए.”

मोहन यादव ने कहा कि “गायों के दूध से बना घी अमृत के समान है. गिर के गाय का जो दूध है लोग तो उसे सोना भी बताते हैं.” मोहन यादव ने अपने भाषण में गाय की वो नस्लें भी गिनाई जिनमें कुछ न कुछ विशिष्टता है. मसलन उन्होंने बताया कि गिर की गाय का दूध इतना पौष्टिक है कि कई बीमारियों से बचाव करता है. गायों के दूध का बना घी अमृत के समान होता है. मोहन यादव ने बताया कि “मालवी गाय में दूध कम मिलेगा लेकिन दूध पौष्टिक बहुत होता है.” उन्होंने आंध्र प्रदेश की पुंगरु गाय का भी जिक्र किया.

महाकाल का ये रूप देखकर बोले मोहन ‘आनंद आ गया’

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा के आयोजन में आए प्रदेश भर के गौ पालकों के हाथ से बनाए उत्पाद भी देखे. इसमें एक शिल्पी की गोबर से बनाए गए महाकाल का मुख्यमंत्री ने खास जिक्र किया. उन्होंने बताया कि “यहां जो गौ पालक आए हैं. वे केवल दूध नहीं गौ माता से जुड़े गौ मूत्र और गोबर से भी उत्पाद बना रहे हैं.” उन्होंने खास तौर पर गोबर से बनाए गए महाकाल का जिक्र करते हुए कहा कि “गोबर के महाकाल देखकर तो आनंद ही आ गया.”

मध्य प्रदेश में 1 करोड़ से ज्यादा गोवंश

मध्य प्रदेश में गौवंश की संख्या 1 करोड़ 39 लाख से ज्यादा है. मोहन सरकार ने हाल ही में गौ शालाओं को प्रति गाय की राशि बीस रुपए से बढ़ाकर चालीस रुपए कर दी है. इसके लिए बाकायदा गौवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए स्वावलंबी गौ शालाओं की स्थापना नीति 2025 लागू की गई है. फिलहाल देखें तो भारत के दूध उत्पादक राज्यों में मध्य प्रदेश तीसरे नंबर पर है. देश भर के मिल्क प्रोडक्शन का 9 फीसदी अकेले मध्य प्रदेश में होता है. मध्य प्रदेश में गोवर्धन पूजा को सरकारी तौर पर मनाए जाने के ऐलान के बाद प्रदेश भर की गौशालाओं में गोवर्धन पूजा का आयोजन हो रहा है.

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