नागपुर, 10 दिसंबर 2025: महाराष्ट्र और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने रामटेक तालुका, नागपुर जिले के देवलापार में स्थित गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र (गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र) का दौरा किया, जिसमें स्वदेशी गौ नस्लों के महत्व और सतत प्रथाओं पर जोर दिया गया।
दौरे के दौरान राज्यपाल ने केंद्र की गौशाला और वर्मीकंपोस्ट परियोजना का भ्रमण किया। उन्होंने भारतीय गौ नस्लों की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए चल रहे प्रयासों पर गहरी संतुष्टि व्यक्त की तथा प्राकृतिक खेती, स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता में उनकी भूमिका पर बल दिया।
गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र एक प्रमुख गैर-सरकारी संगठन है जो पंचगव्य (गौ उत्पादों) पर वैज्ञानिक अनुसंधान और देशी मवेशियों के संरक्षण के लिए समर्पित है, जो देवलापार में अपने परिसर से कार्यरत है।
राज्यपाल के साथ वित्त एवं योजना राज्य मंत्री एडवोकेट आशीष जायसवाल तथा केंद्र के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे: अध्यक्ष पद्मेश गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत जांभेकर, उपाध्यक्ष यशपाल आर्य, सचिव सनत कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष डॉ. संजय एकापुरे और सीईओ डॉ. मनोज तत्ववादी।
प्राकृतिक खेती और गौ संरक्षण पहलों के समर्थक के रूप में जाने जाने वाले राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पहले गुजरात और अन्य राज्यों में इसी तरह के प्रयासों को बढ़ावा दिया है। यह दौरा महाराष्ट्र में स्वदेशी गौ संरक्षण और पर्यावरण-अनुकूल कृषि प्रथाओं पर निरंतर ध्यान केंद्रित होने को रेखांकित करता है।
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