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इरेडा ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और सशक्त विकास योजनाओं के साथ भारत के स्वच्छ उर्जा मिशन के लिए दिखाई अपनी प्रतिबद्धता

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मुंबई। नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय के तहत भारत की अग्रणी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी इंडियन रीन्युएबल एनर्जी डेवलपमेन्ट एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और सशक्त विकास योजनाओं के साथ भारत के स्वच्छ उर्जा मिशन के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।

संचालन दक्षता एवं विवेकपूर्ण जोखिम प्रबन्धन के माध्यम से भारत के स्वच्छ उर्जा मिशन में उल्लेखनीय योगदान देते हुए इरेडा ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में ऑपरेटिंग लाभ में 49 फीसदी सालाना बढ़ोतरी तथा संचालन से होने वाली कुल आय में 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। यह मजबूत प्रदर्शन कंपनी के कोर बिज़ेनस की क्षमता को दर्शाता है। इरेडा की उत्कृष्ट लोन बुक पिछले साल की तुलना में 26 फीसदी बढ़कर रु 79,941 करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गई, जिसमें सौर, पवन एवं उभरती तकनीकों जैसे हरित हाइड्रोजन, स्मार्ट मीटर्स और ईवी का मुख्य योगदान रहा। कंपनी ने अपनी उत्कृष्ट एएए (स्टेबल) डोमेस्टिक क्रेडिट रेटिंग बरक़रार रखी है और तिमाही के दौरान सफलतापूर्वक रु 5903 करोड़ की राशि जुटाई है, जिसमें एसबीआई टोक्यो से जेपीवाय 26 बिलियन ईसीबी शामिल हैं, जो लागत प्रभावी पूंजी को सुनिश्चित करता है। इसके अलावा नेट वर्थ 36 फीसदी बढ़कर रु 12,402 करोड़ पर पहुंच गई है, जो नवीकरणीय उर्जा फाइनेंसिंग स्पेस में कंपनी की लीडरशिप और निवेशकों के सतत भरोसे को दर्शाता है।

कंपनी के सतत विकास पर बात करते हुए प्रदीप कुमार दास (चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर) ने कहा कि संचालन दक्षता एवं ज़िम्मेदाराना फाइनेंसिंग हमारी कारोबार योजनाओं का अभिन्न हिस्सा है। हम मजबूत कॉर्पोरेट प्रशासन, आर्थिक अनुशासन एवं भारत के नवीकरणीय उर्जा लक्ष्यों को समर्थन प्रदान करते हुए हितधारकों को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।

नीतिगत प्रोत्साहन करते हुए वित्त मंत्रालय के तहत सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज़ (सीबीडीटी) ने 9 जुलाई 2025 को इरेडा बॉन्ड्स को आयकर की धारा 1961 के खंड 54 ईसी के तहत ‘दीर्घकालिक निर्दिष्ट संपत्ति’ अधिसूचित किया। इससे निवेशकों को पूंजीगत कर लाभ में छूट का दावा करने में मदद मिलेगी। इस कदम से इरेडा की पूंजी की लागत में कमी आएगी और निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी।

पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान इरेडा ने ऋण मूल्यांकन प्रणाली एवं रिकवरी प्रणाली को मजबूत बनाकर समय के साथ एनपीए में कटौती की है तथा अपनी आगामी योजनाओं के तहत कंपनी राष्ट्रीय एवं विश्वस्तर पर स्थायित्व के लक्ष्यों के अनुरूप अपने ऋण पोटफोलियो को विविध बना रही है।

इरेडा को प्रशासन एवं वित्तीय उत्कृष्टता के लिए भी मान्यता दी गई है, जिसमें सीएमडी को ‘सीएमए आइकन 2025’ अवॉर्ड, तथा नवम्बर 2023-24 के बीच एक अग्रणी बिज़नेस डेली द्वारा सम्पत्ति सृजन के लिए टॉप-5 नेशन रैंकिंग से सम्मानित किया गया है।

भारत ने हाल ही में 2030 के लक्ष्य से पांच वर्ष पहले 50 फीसदी गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित विद्युत क्षमता हासिल कर ली है, जो नवीकरणीय उर्जा सेक्टर में बढ़ते अवसरों को इंगित करती है।
इरेडा ने इस प्रगति में मुख्य योगदान दिया है और 500 गीगावॉट लक्ष्य की ओर भारत के स्वच्छ उर्जा रूपान्तरण को बढ़ावा देने में अपने नेतृत्व की पुष्टि की है।

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