भारत का मेडिकल वैल्यू सेक्टर 2026 तक 13 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान: डॉ. मनसुख मांडविया
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव श्री सुधांश पंत ने कहा, "एएचसीआई 2023 को सीमा पार सहयोगात्मक स्वास्थ्य देखभाल प्रयासों, देशों और विभिन्न स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के बीच ज्ञान साझा करने और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने की उम्मीद है।" फिक्की के पूर्व अध्यक्ष और ज़ाइडस लाइफसाइंसेज के अध्यक्ष श्री पंकज पटेल ने कहा, "किसी मरीज के इलाज में दो महत्वपूर्ण पहलू शामिल होते हैं: दवा या सर्जरी जैसे चिकित्सा हस्तक्षेप प्रदान करना, और उतना ही महत्वपूर्ण, उनके मनोवैज्ञानिक कल्याण पर ध्यान देना।" डॉ संगीता रेड्डी, पूर्व अध्यक्ष, फिक्की और संयुक्त प्रबंध निदेशक, अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने कहा, "हमारा मानना है कि आज मरीजों के प्रभावी इलाज के लिए और भविष्य के उपचार और प्रगति के लिए अपने देशों में आवश्यक बुनियादी ढांचे और संसाधनों को विकसित करने के लिए साझेदारी स्थापित करना आवश्यक है। इसलिए, हमें सहयोग और पारस्परिक समर्थन के पुल बनाने का प्रयास करने की आवश्यकता है जिससे सभी शामिल पक्षों को लाभ होगा। भारत सरकार के सचिव और एफएसएसएआई के सीईओ श्री जी कमला वधना राव और भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री आराधना पटनायक ने भी कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त किए।