मरदह क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बुधवार को गोवर्धन पूजनोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मरदह के गौ आश्रय स्थल बरेंदा गांव में इंद्रावती इंडियन ऑयल पंप से सेवठा के संरक्षक प्रदीप प्रभाकर ने गौ माता का पूजन किया।
गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन की जाती है, जिसमें गोधन यानी गायों की पूजा का विशेष महत्व है। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है, जो सुख-समृद्धि के साथ-साथ अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन भी प्रदान करती हैं। इसी श्रद्धा के प्रतीक के रूप में कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को गोवर्धन की पूजा की जाती है।
मान्यता है कि हजारों साल पहले इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी तर्जनी उंगली पर उठा लिया था। उन्होंने इंद्र के घमंड को चूर-चूर किया था, और तभी से यह परंपरा चली आ रही है।
इस पूजनोत्सव के दौरान, गोवर्धन पर्वत के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि इंटू सिंह इंदल मुन्ना सहित दर्जनों ग्रामवासी मौजूद रहे।