राजस्थान के टोंक सदर थाना इलाके में हुई गौ-कशी की वारदात का टोंक पुलिस ने महज 48 घंटे में पर्दाफाश (Tonk police exposed cow slaughter incident in just 48 hours) करते हुए मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार (Three accused arrested) किया है। पूछताछ में आरोपियों से कई चौकाने वाले खुलासे भी हुए हैं।
पुलिस की अब तक की पूछताछ में अपने इकबालिया बयान में गिरफ्तार आरोपियों के मुख्य सरगना किशन मोग्या ने जयपुर में कई स्थानों पर गौ मांस और वन्य जीव में शामिल नील गाय का मांस सप्लाई करने की बात क़बूल की है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है। गौ कशी के हालिया प्रकरण में टोंक पुलिस ने चंदलाई निवासी आरोपी और गिरोह के मुख्य सरगना किशन मोग्या, शहर के तालकटोरा निवासी युवक शमशाद सरदार और सवाई माधोपुर के पांचोलास निवासी राकेश बावरिया को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी किशन नील गाय का शिकार कर उसके मांस को जयपुर में कई स्थानों पर सप्लाई करने का काम कर मोटी रकम वसूलता था। घटना वाले दिन नीलगाय (Blue cow) के मांस का इंतजाम नहीं हुआ तो आरोपी ने गौ कशी की वारदात को अंजाम देकर गाय का मांस ही सप्लाई कर दिया।
आरोपी ने टोंक ही बल्कि राजस्थान के सवाई माधोपुर, बूंदी, नैनवा, कोटा, पीपलदा, कोटा में भी वन्य जीव नीलगाय का शिकार और गौ कशी की कई अन्य वरदातों को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से अन्य वारदातों को लेकर भी गहन पूछताछ में जुट गई है।
बतादें की कुछ दिनों पहले सदर थाना इलाके के बनास नदी में गौ अवशेष मिले थे जिसके बाद मौके पर पहुंचे गौ रक्षा दल ने भारी हंगामा भी करते हुए गौ हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की थी। निवाई विधायक रामसहाय वर्मा और पूर्व विधायक अजित सिंह मेहता भी मौके पर पहुंचे थे और घटना को लेकर कड़ा आक्रोश व्यक्त करते हुए मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।