प्रतिनिधि, कुंडहित. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बुधवार को गोवर्धन पूजनोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया. हर वर्ष दीपावली के अगले दिन यह पर्व मनाया जाता है. गोवर्धन पूजा में गाय की पूजा का विशेष महत्व होता है. गौ माता को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है, जिस प्रकार देवी लक्ष्मी सुख-संपन्नता प्रदान करती हैं, उसी प्रकार गौ माता अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी अमूल्य धन देती हैं. इस कारण गौ को संपूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय माना गया है. पौराणिक मान्यता के अनुसार आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी तर्जनी अंगुली पर उठाकर इंद्र के अहंकार को चूर किया था, तभी से इस पर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने की परंपरा चली आ रही है. इस अवसर पर ग्रामीणों ने अपने गायों को स्नान कराकर फूल-माला से सजाया-संवारा और उनकी विधिवत पूजा की. महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सजधज कर पूजा में सम्मिलित हुईं और गौ आरती उतारीं.