महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने शनिवार को ईवीएम के मुद्दे पर पार्टी लाइन से इतर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ईवीएम में बहुत सारे चेक और बैलेंस है, इस पर मुझे पूरा भरोसा है। यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में उनकी पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि चिप वाली कोई भी मशीन हैक की जा सकती है। उन्होंने विपक्षी दलों के साथ दिल्ली में बैठक भी की थी।
ईवीएम में कोई गड़बड़ी तो विपक्ष की सरकार नहीं बनती
अजित पवार ने कहा, ‘मुझे व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है। अगर ईवीएम खराब होती तो छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारें नहीं होतीं। हमारे देश में ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है। यह एक साथ एक बड़ी प्रणाली है, बहुत सारे चेक और बैलेंस शामिल हैं।
हारने वाले लगाते हैं ईवीएम पर आरोप
आगे उन्होंने कहा कि अगर किसी तरह यह साबित हो जाता है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की गई तो देश में बड़ा बवाल खड़ा हो जाएगा। मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत करेगा। कई बार कुछ लोग चुनाव हार जाते हैं लेकिन उन्हें लगता है कि हम हार नहीं सकते, फिर वे ईवीएम को लेकर आरोप लगाने लगते हैं, लेकिन वास्तव में यह जनता का वास्तविक जनादेश है।
पवार बोले- राजनीति में शिक्षा का ज्यादा महत्व नहीं
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तरफ से पीएम मोदी की शिक्षा पर उठाए जा रहे सवाल पर अजीत पवार ने कहा कि पीएम मोदी के नाम पर पार्टी 2014 में सत्ता में आई और कई दूर-दराज के इलाकों में पहुंची। जीतने के बाद उनके खिलाफ खूब बयानबाजी हुई, लेकिन वे लोकप्रिय हुए और उनके नेतृत्व में बीजेपी ने कई राज्यों में जीत हासिल की और 2019 में भी यही दोहराया। यह पीएम मोदी का जादू नहीं तो क्या है? जहां तक राजनीति में शिक्षा का सवाल है, इसे ज्यादा महत्व नहीं माना जाता है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 23 मार्च को बुलाई थी बैठक
ईवीएम के मुद्दे पर 23 मार्च को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने विपक्षी दलों की एक बड़ी बैठक अपने दिल्ली स्थित आवास पर की थी। एक चिट्ठी भी लिखी थी। जिसमें उन्होंने दावा किया था। चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है और हम अनैतिक तत्वों द्वारा लोकतंत्र को अपहृत नहीं होने दे सकते।
इसलिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के हित में हमें एक साथ बैठना चाहिए और प्रख्यात आईटी पेशेवरों और क्रिप्टाग्राफरों द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को सुनना चाहिए।