जशपुर: पुंगनूर गाय दुनिया की सबसे छोटी गायों में से एक है. इसकी औसत ऊंचाई लगभग 70 से 90 सेंटीमीटर तक होती है. पुंगनूर गाय का वजन 115 से 200 किलोग्राम के बीच होता है. ये गाय कद काठी में छोटी जरुर होती है लेकिन इसका दूध कई गुणों की खान है. मुख्य रुप से ये गाय आंध्र प्रदेश में मिलती है. लेकिन अब लोग बड़े पैमाने पर इसे दूसरे राज्यों में भी ले जाकर पाल रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार इस गाय की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चुके हैं. पीएम मोदी ने जब से पुंगनूर गाय की तस्वीर शेयर की है तब से इस गाय की डिमांड कई राज्यों में तेजी से बढ़ी है.

दुनिया की सबसे छोटी गाय पुंगनूर का जशपुर में जन्म: जशपुर जिले में पहली बार कृत्रिम गर्भाधान के जरिए पुंगनूर नस्ल की मादा वत्स (बछिया) का जन्म कराया गया है. पशु विज्ञान और पशु चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग इसे एक बड़ी सफलता के तौर पर देख रहे हैं. उनका मानना है कि इस सफलता के बाद पुंगनूर नस्ल की गायों को संरक्षण और संवर्धन दोनों तेजी से हो सकेगा.

पशु चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी सफलता: यह उपलब्धि पशु चिकित्सालय पत्थलगांव में पदस्थ सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी के.के. पटेल के मार्गदर्शन और तकनीकी दक्षता से संभव हो सका. के के पटेल ने गोढ़ीकला तथा ग्राम करमीटिकरा–करूमहुआ क्षेत्र के किसान खगेश्वर यादव की देशी गाय में पुंगनूर नस्ल के सांड के हिमकृत सीमेन का उपयोग करते हुए 29 जनवरी 2025 को गाय को कृत्रिम गर्भाधान कराया. 284 दिनों के गर्भकाल के बाद 11 नवंबर 2025 को गाय ने एक पूरी तरह से स्वस्थ पुंगनूर नस्ल की बछिया को जन्म दिया. जशपुर के किसान और गौ पालक इसे लेकर काफी उत्साहित हैं. बड़ी संख्या में लोग पुंगनूर बछिया को देखने के लिए किसान के घर पहुंच रहे हैं.

दुनिया की सबसे छोटी गाय होने का मिला है तमगा: पुंगनूर गाय मूल रूप से आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के पुंगनूर क्षेत्र की देशज नस्ल है. इसे विश्व की सबसे छोटी गाय के रूप में मान्यता प्राप्त है. इसकी औसत ऊंचाई 70 से 90 सेंटीमीटर तथा वजन 110 से 200 किलोग्राम तक होता है. इसे पालने वाले किसान बताते हैं कि ये गाय कम चारा, कम रखरखाव और कठिन जलवायु परिस्थितियों में भी आसानी से जीवित रहती है. पशु चिकित्सक और इसे पालने वाले किसान बताते हैं कि यह प्रतिदिन 1 से 2 लीटर तक दूध देती है, जबकि कुछ मादा अधिकतम 3 लीटर तक दूध देती है. पुंगनूर गाय के दूध में A2 प्रोटीन की अत्यधिक मात्रा होती है. इसके साथ ही इसके दूध में एंटी-बैक्टीरियल तत्व और औषधीय गुण भरपूर मात्रा में होता है. इसकी वजह से इस गाय का दूध स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है. इस गाय के दूध में फैट की मात्रा भी काफी कम होती है.

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