आचार्य लोकेशजी जैन शासन के गौरव हैं- आचार्य हंसरत्नसूरीश्वरजी महाराज
दीक्षा दिवस दिव्य तपस्वी आचार्य के सान्निध्य में मेरा परम सौभाग्य – आचार्य लोकेश
गुरुग्राम/ नई दिल्ली,: विश्व शांति दूत जैन आचार्य लोकेश जी के 43 वें दीक्षा दिवस के अवसर पर संत सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें आचार्य हंसरत्नसूरिश्वर महाराज सहित अनेक संतों ने भाग लिया और आचार्य लोकेश जी को शुभकामनाएं दी|
अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक आचार्य लोकेशजी ने कहा कि उद्देश्य पूर्ण सार्थक जीवन के संकल्प के साथ आज ही के दिन अध्यात्म के मार्ग पर पहला कदम रखा था। प्रभु कृपा, गुरु कृपा और आपके आशीर्वाद से 42 वर्ष सानन्द पूर्ण कर 43वें वर्ष प्रवेश पर कर रहा हूँ उन्होंने कहा कि महातपस्वी आचार्य हंसरत्नसूरीश्वरजी महाराज के सानिध्य में मेरा दीक्षा दिवस परम सौभाग्य का विषय है उन्होंने आज 149वें उपवास की तप साधना में रत आचार्य श्री से कहा कि आप ऐसा मंगल आशीर्वाद दीजिए सत्य सनातन धर्म, अध्यात्म, संस्कृति व मानवता की और अधिक सेवा करने में समर्थ बनूँ।
आचार्य हंससूरिश्वर महाराज कहा कि आचार्यश्री लोकेश जी ने जैन धर्म कि शिक्षाओं और भारतीय संस्कृति को विश्व के कोने कोने में जैन धर्म का प्रचार प्रसार कर मानव कल्याण और विश शांति का अद्भुत कार्य किया है |
इस अवसर पर गाणी धर्म ध्यान महाराज मुनि कश्यप्रत्ना. एमएस साकेत भाई शाह, स्नेहल भाई सवाणी, मिकी भाई जैन सहित अहिंसा विश्व भारती और विश्व शांति केंद्र के सहयोगियों और कार्यकर्ताओं ने आचार्यश्री को शुभकामनाए देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया |