MP में कांग्रेस नेता करेंगे गौशालाओं की निरीक्ष्ण, PCC चीफ ने कहा- सरकार गाय की सुरक्षा पर
MP News: जीतू पटवारी ने कहा कि बीते छह माह में राज्य में अलग-अलग हिस्सों में एक हजार से ज्यादा गायों की हत्या हो चुकी है. इतना ही नहीं, हर रोज 100 गाय सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रही है, गाड़ियों के नीचे दबकर गायों की मौत हो रही है, गायों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार की है, मगर सरकार बेखबर है.
Gaushala in MP: कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य में गायों की स्थिति पर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में गाय मर रही हैं, उनकी हत्या की जा रही है, मगर सरकार की ओर से गाय सुरक्षा के कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. राज्य की गौशालाओं की स्थिति प्रदेश की जनता के सामने लाने के लिए आने वाले दिनों में कांग्रेस नेता गौशालाओं का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे. दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद को गाय पालक बताया था, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने को गाय पालने वाला बताते हैं, मगर राज्य में गायों की स्थिति बहुत खराब है.
सरकार बेखबर
जीतू पटवारी ने कहा कि बीते छह माह में राज्य में अलग-अलग हिस्सों में एक हजार से ज्यादा गायों की हत्या हो चुकी है. इतना ही नहीं, हर रोज 100 गाय सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रही है, गाड़ियों के नीचे दबकर गायों की मौत हो रही है, गायों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार की है, मगर सरकार बेखबर है.
मुख्यमंत्री के बयान पर तंज कसते हुए पटवारी ने कहा, “मुख्यमंत्री खुद को गाय का रक्षक बताते हैं, मगर वास्तविकता सामने है. गायों की स्थिति बताना विपक्ष और कांग्रेस की जिम्मेदारी है, उसे हम आने वाले समय में सबके सामने लाएंगे. अब भी सरकार के पास समय है; वे आगामी एक सप्ताह में गायों की सुरक्षा, दाना पानी व चारा आदि की व्यवस्था नहीं करते हैं तो कर लें. आने वाले समय में कांग्रेस के नेता गौशालाओं तक जाएंगे और पोल खोलेंगे. यह आंदोलन एक सप्ताह चलेगा.”
वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने मुख्यमंत्री यादव से आग्रह किया है कि वे गाय की रक्षा के लिए गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिलाएं. राज्य सरकार ने गायों की रक्षा और उनके संरक्षण के लिए कई कदम उठाए हैं; गौशाला में गायों के लिए प्रति दिन चारा पर होने वाले व्यय को भी बढ़ाया है. गौशालाएं बढ़ाई जा रहीहैं.. उसके बाद भी गाय सड़कों पर नजर आती हैं.