Nepal PM News: जेन-जी प्रदर्शन के बाद से ही नेपाल की सियासत में हलचल जारी है. नेपाल में नई सरकार कब बनेगी और कैसी होगी, इस पर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच नेपाल में अंतरिम PM के नाम पर नया मोड़ सामने आया है. अब नेपाल में चीफ जस्टिस रहीं सुशीला कार्की अंतरिम पीएम नहीं होंगी. उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है. अब उनकी जगह कुलमन घिसिंग का नाम सामने आया है. बताया जा रहा है कि जेन-जी ने ही कुलमन घिसिंग का नाम आगे बढ़ाया है.  दरअसल, नेपाल में Gen-Z के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों ने सियासी पिक्चर को पूरी तरह बदल दिया है. केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार के गठन पर चर्चा तेज है. मगर अब इसमें एक बड़ा ट्विस्ट आया है. शुरू में पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने पर सहमति बनती दिख रही थी, मगर अब नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी के पूर्व सीईओ कुलमन घिसिंग का नाम तेजी से उभरा है. जी हां, खुद Gen Z प्रदर्शनकारियों ने कुलमन घिसिंग का नाम आगे बढ़ाया है.

दरअसल, यह यूटर्न Gen Z प्रदर्शनकारियों की वर्चुअल मीटिंग्स और आंतरिक बहसों का नतीजा है. पहले नेपाल पीएम की रेस में सुशीला कार्की सबसे आगे थीं. उसके बाद काठामांडू के मेयर ही फेवरिट थे. मगर उनके नाम पर सहमति नहीं बनी. खुद मेयर बालेन उर्फ बालेंद्र शाह ने सुशीला कार्की के नाम पर सहमति दी और उनका समर्थन किया. 10 सितंबर को 5000 से ज्यादा Gen Z युवाओं की वर्चुअल मीटिंग में सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे आया था. मगर आर्मी चीफ के साथ आज यानी गुरुवार को बातचीत के बाद अब सुशीला कार्की का नाम पीछे हट गया. अब कुलमन घिसिंग पीएम की रेस में सबसे आगे हो गए हैं.

सुशीला कार्की खुद नहीं बनना चाहतीं? 

दरअसल, सुशीला कार्की 72 साल की हैं. वह नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकी हैं. वह अपनी ईमानदारी और भ्रष्टाचार विरोधी फैसलों के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने कम से कम 1,000 हस्ताक्षरों की मांग की थी, जो 2,500 से ज्यादा हो गए. सुशीला कार्की वैसे भी अंतरिम पीएम नहीं बनना चाहती थीं. खुद आर्मी चीफ ने उन्हें 15 घंटे की मिन्नत करने के बाद मनाया था. सुशीला कार्की भारतीयों और नेपाली लोगों के रिश्तों को महत्व देती हैं और पीएम मोदी का सम्मान करती हैं.
मीटिंग में ही हुआ यूटर्न 

आज यानी गुरुवार को आखिरी दौर की मीटिंग हुई. यह मीटिंग सुशीला कार्की के नाम पर सहमति को लेकर थी. कारण कि उनके नाम पर पेच फंसा था. Gen Z गुट के ही कुछ लोग आपत्ति जता रहे थे. मीटिंग में कुछ ग्रुप्स ने सुशीला कार्की की उम्र और राजनीतिक अनुभव की कमी पर सवाल उठाए. यहीं से नेपाल के अंतरिम पीएम पर यूटर्न आया. इसी बैठक में कुछ प्रदर्शनकारियों ने कुलमन घिसिंग को वैकल्पिक नाम के रूप में पेश किया.
कौन हैं कुलमन? 

कुलमन घिसिंग नेपाल में लोडशेडिंग खत्म करने के लिए ‘हीरो’ माने जाते हैं. वह कुशल प्रशासक और गैर-राजनीतिक व्यक्ति हैं. वैसे मीटिंग में कई अन्य नामों पर भी चर्चा हुई, मगर कुलमन घिसिंग को ज्यादा सपोर्ट मिला. इसकी वजह है कि कुलमन घिसिंग नेपाल में ऊर्जा क्षेत्र में सुधार लाने वाले हैं और भ्रष्टाचार से दूर माने जाते हैं. माना जा रहा है कि आर्मी चीफ ने भी कुलमन घिसिंग के नाम पर अपनी हामी भर दी है. इसके अलावा, Gen-Z का एक धड़ा मानता है कि कुलमन घिसिंग नई चुनावों तक स्थिरता ला सकते हैं.

 

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