बीकानेर. मरुस्थलीय प्रदेश राजस्थान में गर्मी के दिन जला देने वाले होते हैं. आसमान से इन दिनों धूप नहीं आग बरस रही है. इंसान तो इंसान, पशु भी परेशान हैं. इंसान तो गर्मी से निपटने के लिए अपना इंतजाम कर लेता है. बेजुबानों क्या करें. इसलिए गौ माता की देखभाल के लिए गौ शाला में कूलर और पंखे लगाए गए हैं

राजस्थान में सबसे अधिक तापमान बीकानेर संभाग में रहता है. भीषण गर्मी का असर अब सीधे दुधारू पशुओं पर पड़ने लगा है. गर्मी से दूध उत्पादन में कमी दिख रही है. पशुओं का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है. पशुओं को भीषण गर्मी से बचाने के लिए बीकानेर की गौशाला में कूलर लगाया गया है. इसके साथ-साथ पंखे की व्यवस्था भी की गई है.

गायों के लिए कूलर
लक्ष्मीनाथ मंदिर गौ शाला के मैनेजर हरिओम पुरोहित ने बताया गर्मी को देखते हुए डेढ़ माह पहले ही गौ वंश के लिए कूलर और पंखे लगा दिए गए हैं. यहां ज्यादतर कमजोर गौ वंश या छोटे बछड़ों के लिए कूलर लगाए हैं. वहीं अन्य गौ वंश के लिए पंखे की व्यवस्था की गई है. यहां गौ शाला में एक हजार से अधिक गाय हैं. जहां इनके लिए 5 से 7 कूलर लगाए गए हैं. 10 कूलर और लगाए जाना हैं. लेकिन पंखे हर जगह हैं.

ठंडा पानी, गुड़ का शरबत
गौवंश के लिए पीने के पानी और हरे चारे की व्यवस्था की गयी है. शाम को गुड का शरबत बनाकर देते हैं. ताकि गायों को गर्मी में राहत मिल सके.गर्मी की वजह से गाय अच्छे से खा नहीं रही हैं. इसलिए दूध उत्पादन पर काफी असर पड़ रहा है.जो गाय सामान्य मौसम में दस लीटर तक दूध देती हैं, इन दिनों पांच से छह लीटर ही दूध दे रही हैं. मसलन 40 से 50 फीसदी तक दूध का उत्पादन घट गया है. गर्मी की वजह से पशु हांफ रहे हैं वो चारा नहीं खा रहे हैं.

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